टेंशन या डिप्रेशन एक मानसिक विकार है, किसी भी एक नकारात्मक विचार के दिमाग पर हावी हो जाने के बाद हमारी मानसिक स्थिति पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
शरीर में थरथराहट होना उदास रहना किसी काम में दिल ना लगना ज्यादा सोना या कम सोना ज्यादा खाना या कम खाना किसी बात पर ध्यान ना देना, आदि
टेंशन की वैसे तो कई वजह हैं लेकिन उनमें से प्रमुख वजह है पर्याप्त नींद का ना होना अगर व्यक्ति लगातार टेंशन में होता है तो ढंग से सो नहीं पाता जिसकी वजह से शरीर की कई क्रियाएं बाधित हो जाती है, शरीर का जैविक क्लॉक डिस्टर्ब हो जाता है और यहीं से सारी प्रॉब्लम्स कि शुरुआत होती है।
सुबह उठ कर कुछ आसान से प्राणायाम, मुद्रा और आसनों का अभ्यास करें जो की आपका स्वास्थ्य दिनों दिन अच्छा बना देगा। शुरुआत में एक ही प्राणायाम, मुद्रा और आसान का अभ्यास करें, ज्यादा से ज्यादा 10 से 15 मिनट तक का अभ्यास करें।
टेंशन या तनाव से दूर रहने का सबसे आसान तरीका है अपनी दिनचर्या में ध्यान को शामिल करना। ध्यान करने से हमें अनेकों फायदे हैं ध्यान करने से हमारा मन बिल्कुल शांत हो जाता है, हम इधर-उधर के बेकार के भटकाव में नहीं पड़ते। हमें अपने काम में मन लगता है हमारी यादाश्त बढ़ जाती है।
घूमने – फिरने से हम तनाव से दूर होते हैं और हमें एक नई ऊर्जा का एहसास होता है हमारे जीवन शैली में बदलाव होता है और नई जगह जाने से हम कुछ समय के लिए अपने रोजमर्रा के तनाव को आसानी से भूल जाते हैं।
हमें अपने खाली समय में अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से जरूर मिलने जाना चाहिए संभव हो तो उनके साथ कुछ समय जरूर बताएं, इससे आपका अकेलापन दूर होगा। अगर आप तनाव या डिप्रेशन में रहते हैं तो यथासंभव अकेले ना रहे।
हमें अपने हॉबीज पर भी ध्यान देना चाहिए और अपने खाली समय में इसे जरूर पूरा करना चाहिए। आप अपने हॉबीज को तो पूरा कर ही सकते हैं साथ में इसे मोनेटाइज करके एक्स्ट्रा इनकम सोर्स भी जनरेट कर सकते हैं
हमें हमेशा सात्विक भोजन ही करना चाहिए क्योंकि सात्विक भोजन आसानी से पच जाता है और हमारा पेट और स्वास्थ्य दोनों ही अच्छे रहते हैं। अगर हमारा पेट ठीक है तो स्वास्थ्य भी अच्छा ही होगा।
अगर हमारे जीवन में कोई समस्या आ गई है तो उस पर रो रहने की बजे उसे समस्या का समाधान ढूंढने में लग जाना चाहिए चुपचाप बैठने से कुछ नहीं होने वाला।
समय आने पर हमें दूसरों से मदद लेने में संकोच नहीं करना चाहिए क्योंकि हमें किसी भी हाल में उसे समस्या से बाहर निकलना होता है।